इसराइल के रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि इसराइली सैन्य बलों ने हाल के महीनों में दक्षिणी लेबनान में सक्रिय हिज़बुल्लाह के आधे से अधिक कमांडरों को मार दिया है.
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इसराइल के रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि इसराइली सैन्य बलों ने हाल के महीनों में दक्षिणी लेबनान में सक्रिय हिज़बुल्लाह के आधे से अधिक कमांडरों को मार दिया है.
योआव गैलेंट ने कहा है कि जो कमांडर बचे रह गए हैं वो भी छुपकर रह रहे हैं.
वहीं, एक अन्य बयान में इसराइली सैन्य बलों ने कहा है कि बुधवार को उन्होंने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह से जुड़े 40 ठिकानों पर हमले किए हैं.
मंगलवार को इसराइली हवाई हमले में दो लेबनानी नागरिकों की मौत के बाद हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर ताज़ा रॉकेट हमले किए थे. इसराइली सेना ने इन्हीं के जवाब में शुक्रार को कार्रवाई की है.
पिछले साल अक्तूबर में ग़ज़ा में इसराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से हिज़बुल्लाह और इसराइली सेना के बीच सीमा पर रोज़ाना झड़पें हो रही हैं.
हाल के दिनों में हिज़बुल्लाह ने इसराइली सैन्य ठिकानों पर हमलों का दावा करते हुए कई वीडियो जारी किए हैं.
बीते सप्ताह इसराइली सेना के एक ठिकानों पर हुए रॉकेट हमले में नागरिकों समेत कुल 18 लोग घायल हो गए थे.
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समंदर में सुरक्षा पर नज़र रखने वाली एजेंसियों का कहना है कि अदन की खाड़ी में जहाज़ पर एक और हमला हुआ हो सकता है.
खाड़ी से गुज़र रहे एक जहाज़ ने जिबूती से दक्षिण-पूर्व क़रीब 130 किलोमीटर दूर एक धमाके की आवाज़ का अलर्ट भेजा था. इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि अदन की खाड़ी में किसी जहाज़ पर हमला हुआ है.
हालांकि, अभी तक धमाके की वजह स्पष्ट नही हैं. लेकिन ये माना जा रहा है कि यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों का हमला इसकी वजह हो सकता है.
हाल के महीनों में, यमन के हूती विद्रोहियों ने खाड़ी से गुज़र रहे कई जहाज़ों पर हमले किए हैं.
हूती विद्रोही ग़ज़ा में इसराइल की सैन्य कार्रवाइयों के विरोध में अंतरराष्ट्रीय जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं.
हूती विद्रोही एक जहाज़ को क़ब्ज़े में लेने के अलावा कई जहाज़ों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले कर चुके हैं.
म्यांमार में सरकारी सैन्य बल सीमा पर स्थित एक अहम शहर म्यावाडे में फिर से दाख़िल होने में कामयाब हुए हैं.
विद्रोही बलों ने इसी महीने इस अहम शहर को अपने नियंत्रण में ले लिया था.
रिपोर्टों के मुताबिक़, नस्लीय हथियार बंद विद्रोही समूह कम से कम शहर के कुछ हिस्सों से पीछे हट गया है.
म्यांमार की सेना ने म्यावाडे शहर को फिर से अपने नियंत्रण में लेने के लिए हमला किया था जिसके बाद विद्रोही कुछ इलाक़ों से पीछे हट गए.
ये शहर थाईलैंड की सीमा पर स्थित है. इस महीने जब नस्लीय समूहों से मिलकर बने विद्रोही बलों ने जब म्यावाडे पर क़ब्ज़ा किया था तो इसे म्यांमार की सैन्य सरकार के लिए बड़ा झटका और लोकतंत्र समर्थकों की बड़ी जीत माना गया था.
म्यांमार में सेना ने तीन साल पहले लोकतांत्रिक सरकार को हटाकर तख़्तापलट कर दिया गया था. देश में इसके बाद से ही आंतरिक संघर्ष चल रहा है.
म्यांमार के कई इलाक़ों में विद्रोही सैन्य बलों को टक्कर देने में कामयाब रहे हैं.
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