US vs China: चीन के जवाबी टैरिफ के बाद भड़के राष्ट्रपति ट्रंप, कहा- अमेरिका लगाएगा 50% का अतिरिक्त टैरिफ

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन Published by: पवन पांडेय Updated Mon, 07 Apr 2025 09:29 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है। उन्होंने कहा- अगर चीन 8 अप्रैल तक अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ को नहीं हटाता है तो अमेरिका उस पर 50% का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। जिससे यह चिंता बढ़ गई कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को संतुलित करने के उनके प्रयास से व्यापार युद्ध छिड़ सकता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रंप ने यह धमकी सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर तब दी, जब चीन की तरफ से पिछले हफ्ते घोषित टैरिफ के कारण अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। अपने पोस्ट में ट्रंप ने लिखा- 'अगर चीन ने अपनी 34% की टैरिफ बढ़ोतरी 8 अप्रैल तक वापस नहीं ली, तो अमेरिका 9 अप्रैल से चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा और चीन के साथ सभी वार्ताएं रद्द कर दी जाएंगी
अपनी बात पर अड़े डोनाल्ड ट्रंप
शेयर बाजार में गिरावट जारी रहने और मंदी की आशंका बढ़ने के बावजूद ट्रंप ने अपनी बात पर अड़े रहे। उन्होंने लिखा, 'मजबूत, साहसी और धैर्यवान बनें, और परिणाम महानता होगा!' वहीं सोमवार की सुबह व्यापार शुरू होते ही डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1,200 अंकों की गिरावट आई और एसएंडपी 500 मंदी के दौर में प्रवेश करने की ओर अग्रसर था, जिसका अर्थ है कि हाल के उच्च स्तर से 20% की गिरावट।                                              रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा है कि वैश्विक व्यापार को संतुलित करने और घरेलू विनिर्माण को फिर से खड़ा करने के लिए उनके टैरिफ आवश्यक हैं। ट्रंप ने अन्य देशों पर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर अच्छे पुराने अमेरिका का लाभ उठाने का आरोप लगाया और कहा कि हमारे पिछले नेता इसे अनुमति देने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने चीन को सबसे बड़ा दुर्व्यवहार करने वाला बताया और प्रतिशोध में अपने टैरिफ बढ़ाने के लिए बीजिंग की आलोचना की। ट्रंप ने फेडरल रिजर्व से ब्याज दरें कम करने का भी आह्वान किया।
शुक्रवार को फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी कि टैरिफ मुद्रास्फीति को बढ़ा सकते हैं और उन्होंने कहा कि कोई भी निर्णय लेने से पहले बहुत अधिक प्रतीक्षा और देखना चल रहा है, जिसमें हम भी शामिल हैं। सीएमई ग्रुप के फेडवॉच के अनुसार, निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल के अंत तक अपनी बेंचमार्क ब्याज दरों में कम से कम चार बार कटौती करेगा, यह इस बात का संकेत है कि छंटनी और सिकुड़ती अर्थव्यवस्था के डर से मुद्रास्फीति की चिंताएं कम हो जाएंगी।
अधिक हो गई है मंदी की संभावना
वहीं गोल्डमैन सैक्स ने एक नया पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि भले ही ट्रंप अपने टैरिफ से पीछे हट जाएं, लेकिन मंदी की संभावना अधिक हो गई है। वित्तीय फर्म ने कहा कि आर्थिक विकास नाटकीय रूप से धीमा हो जाएगा वित्तीय स्थितियों में तेज कसावट, विदेशी उपभोक्ता बहिष्कार और नीति अनिश्चितता में निरंतर वृद्धि के बाद जो कि पहले की अपेक्षा पूंजीगत खर्च को और अधिक कम कर सकती है। इधर यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यूरोपीय संघ संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा अन्य देशों के साथ व्यापार पर ध्यान केंद्रित करेगा, उन्होंने कहा कि अन्यत्र विशाल अवसर हैं।
जापानी पीएम से ट्रंप ने की बात
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार वार्ता शुरू करने के लिए जापानी प्रधान मंत्री शिगेरू इशिबा से बात की। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर शिकायत की कि 'उन्होंने व्यापार के मामले में अमेरिका के साथ बहुत खराब व्यवहार किया है' और 'वे हमारी कारें नहीं लेते हैं, लेकिन हम उनकी लाखों कारें लेते हैं।' इशिबा ने कहा कि उन्होंने ट्रंप से कहा कि उन्हें बहुत चिंता है कि टैरिफ जापान से निवेश को हतोत्साहित करेंगे, जो पिछले पांच वर्षों में अमेरिका में दुनिया का सबसे बड़ा निवेशक रहा है। उन्होंने स्थिति को राष्ट्रीय संकट बताया और कहा कि उनकी सरकार ट्रंप से टैरिफ पर पुनर्विचार करने का आग्रह करने के लिए वाशिंगटन के साथ बातचीत करेगी।

Leave Comments

Top