भोपाल। राजधानी भोपाल के हलाली जंगल से सफेद पीठ और लंबी चोंच वाले 6 गिद्ध छोड़े गए। पिंजरे से बाहर आते ही वे अपने प्राकृतिक रहवास के लिए उड़ गए। हालांकि, जीपीएस ट्रैकर से उनके हर मूवमेंट पर एक्सपर्ट नजर रखेंगे।
गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केंद्र केरवा, भोपाल से 6 गिद्ध (2 सफेद पीठ और 4 लंबी चोंच) को उनके प्राकृतिक रहवास हलाली डेम के वनक्षेत्र में रामकली गोशाला के पास से सुबह छोड़ा गया। इन गिद्धों का प्रजनन गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केंद्र केरवा में हुआ है। यह गिद्धों का पहला समूह है, जिसे केंद्र से छोड़ा गया है। गिद्धों को छोड़ने के पहले उनकी पहले 8 अप्रैल को इनकी स्वास्थ्य जांच और मॉर्फोमेट्री की गई। शारीरिक जांच एवं रक्त नमूनों की जांच में पाया गया कि सभी गिद्ध स्वस्थ एवं छोड़े जाने के लिए उपयुक्त है। इसके बाद 12 अप्रैल को गिद्धों पर ऑर्निट्रक 25 सौर ऊर्जा चलित जीपीएस जीएसएम ट्रैकर लगाए गए, जो डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया ने दिए थे। ताकि गिद्धों के आवागमन के पैटर्न और आवास उपयोग की निगरानी की जा सके।
उल्लेखनीय है कि गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केंद्र केरवा भोपाल की स्थापना वर्ष 2014 में हुई थी। इसका संचालन बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी मुंबई के सहयोग से किया जा रहा है। इन 6 गिद्धों को उनके रहवास में छोड़ने के बाद गिद्ध संवर्धन एवं प्रजनन केंद्र में वर्तमान में 34 सफेद पीठ वाले गिद्ध और 46 लंबी चोंच वाले गिद्ध उपलब्ध है।