PM Shri air ambulance: रात में भी मिल सकेगी 'पीएमश्री' एयर एंबुलेंस की सुविधा, दो इंजन वाले हेलीकाॅप्टर का होगा उपयोग

MP News: बता दें कि एयर एंबुलेंस के तौर पर एक विमान और एक हेलीकाप्टर अभी चल रहा है। विमान की सुविधा मात्र हवाई पट्टी वाले शहरों में ही मिल पा रही है। जहां हवाई पट्टी नहीं है, वहां हेलीकाप्टर का उपयोग किया जाता है, पर अभी रात में इसकी सेवा नहीं मिल पा रही है।

By Navodit Saktawat Edited By: Navodit Saktawat Publish Date: Sat, 19 Apr 2025 06:34:34 PM (IST) Updated Date: Sat, 19 Apr 2025 06:44:49 PM (IST)

HighLights

  1. आयुष्मान हितग्राहियों के अतिरिक्त अन्य लोग भी रात में इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
  2. अभी गैर आयुष्मान हितग्राहियों को यह सुविधा दो लाख रुपये प्रति घंटे से मिल रही है।
  3. रात में सेवा दरें निर्धारित नहीं हैं, पर पुरानी दरों की तुलना में थोड़ा बहुत अंतर होगा।

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया.भोपाल। राज्य सरकार की पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा में एक बड़ी सुविधा जुड़ने जा रही है। इसमें रोगियों को उपचार के लिए रात में भी बड़े अस्पताल में पहुंचाया जा सकेगा। इसके लिए दो इंजन वाले हेलीकाप्टर का उपयोग किया जाएगा, जो रात में भी उड़ सकेंगे। इस सुविधा के लिए सेवा देने वाली कंपनी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच सहमति बन चुकी है। टेंडर प्रक्रिया भी प्रांरभ हो गई है।

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  • लगभग दो माह माह में सेवा प्रारंभ होने के आसार हैं। लगभग एक वर्ष में 60 लोगों को यह सुविधा मिली है, जिनमें 80 प्रतिशत आयुष्मान कार्डधारी हैं, जिन्हें निश्शुल्क सेवा मिली।
  • आयुष्मान हितग्राहियों के अतिरिक्त अन्य लोग भी निर्धारित शुल्क देकर रात में इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
  • अभी गैर आयुष्मान हितग्राहियों को यह सुविधा लगभग दो लाख रुपये प्रति घंटे के हिसाब से मिल रही है।
  • रात में हेलीकाप्टर सेवा के दरें अभी निर्धारित नहीं हुई हैं, पर पुरानी दरों की तुलना में इसमें थोड़ा-बहुत अंतर ही हो सकता है।
  • आयुष्मान हितग्राहियों के लिए इसकी सुविधा निर्धारित 80 प्रकार ही आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मिल रही है। इसमें रोगी के लिए 50 लाख का दुर्घटना बीमा का प्रविधान भी है।

ऐसी मिलती है सुविधा

  • संभाग के अंदर रोगी के निशुल्क परिवहन के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अनुशंसा पर जिला कलेक्टर संभाग के अंदर स्वीकृति प्रदान करते हैं।
  • संभाग के बाहर जाने की स्वीकृति स्वास्थ्य आयुक्त देते हैं।
  • मेडिकल कालेज में भर्ती गंभीर रोगी को संभाग के बाहर एंबुलेंस की स्वीकृति डीन की अनुशंसा पर संभाग आयुक्त और राज्य के बाहर के लिए संचालक चिकित्सा शिक्षा देते हैं।

"पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा"

प्रत्येक जीवन अमूल्य है और हर जीवन की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से यह प्रकल्प प्रारम्भ हुआ है, निश्चय ही यह मेडिकल इमरजेंसी में जीवन रक्षा के अपने पवित्र ध्येय को पूर्ण करेगा।… pic.twitter.com/m9wHYzMM9Y

— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 3, 2024

कहां मिलेगी सुविधा

  • मध्य प्रदेश के छोटे शहरों में गंभीर बीमारी से पीड़ितों को आपातकालीन परिस्थिति में बड़े शहरों के अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध होगी।
  • मप्र में इस सेवा का नाम बदलकर पीएम एयर एंबुलेंस सेवा किया गया है। देश के अन्य राज्यों में स्थित अस्पतालों के लिए भी एयर एम्बुलेंस चलाई जाएगी।

किसको मिलेगी एयर एम्बुलेंस की सुविधा

अभी तक एयर एम्बुलेंस का उपयोग आर्थिक रुप से संपन्न लोग ही कर पाते हैं। सरकार प्रोजेक्ट में सफल हुई तो सरकारी कर्मचारियों को एवं आम लोगों के लिए भी एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया जाएगा।

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कब मिलेगी एयर एम्बुलेंस की सुविधा

  • सड़कों और औद्योगिक स्थलों पर होने वाले हादसों, हृदय रोगी अथवा जहर से प्रभावित एवं अन्य गंभीर बीमारी जिसमें तत्काल इलाज की आवश्यकता हो ऐसे मरीजों अच्छे चिकित्सा संस्थानों में समय पर इलाज के लिए ये सुविधा मिलेगी। अस्पताल द्वारा मरीज की स्थिति की गंभीरता की जांच के उपरांत एयर एम्बुलेंस की सुविधा मिलेगी।

एयर एम्बुलेंस में क्या-क्या सुविधा होगी

  • एयर एम्बुलेंस सेवा में हृदय रोग, नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य समस्याएं, उच्च जोखिम वाले गर्भधारण, श्वास और तंत्रिका संबंधी बीमारियों तथा आपदाओं की स्थिति को संभालने के लिए होगी प्रशिक्षित एवं सुसज्जित टीमें।

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कितना चार्ज लगेगा और कौन देगा

एयर एम्बुलेंस की आवश्यकता होने पर मरीज के परिजनों को इसका भुगतान करना पड़ेगा लेकिन परिजनों को परेशान न होना पड़े इसके लिए इसमें जो शुल्क लगेगा उसमें सरकार कुछ छूट देगी। इसके लिए विभिन्न कंपनियों से टेंडर के माध्यम से अनुबंध किया जाएगा। कंपनियों को इसकी प्रतिपूर्ति सरकार करेगी।


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