फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में बड़ी गड़बड़ी, दो अधिकारी निलंबित
भोपाल। प्रदेश के पर्यटन विभाग में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। शहडोल टूरिज्म की तर्ज पर अब भोपाल टूरिज्म में भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जांच में अनियमितताएं साबित होने पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम (एमपीटी) के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुरूप और इकाई प्रभारी अरविंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई एमपीटी के प्रबंध संचालक डॉ. इलैया राजा टी ने की है।
दरअसल, राजधानी के बोट क्लब पर बनने वाले फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के नाम पर की गई खरीद में भारी गड़बड़ी पाई गई है। जांच में खुलासा हुआ कि मामूली कीमत की वस्तुएं कई गुना दामों पर खरीदी गईं। उदाहरण के तौर पर 15 हजार रुपए का पानीपुरी काउंटर 2 लाख 95 हजार रुपए में खरीदा गया, 65 हजार की स्नैक ट्रॉली 4 लाख 13 हजार में खरीदी गई, 17 हजार का सूप स्टेशन’ और 50 हजार कीमत का आयरन पॉट 2 लाख 86 हजार 209 रुपए में खरीदा गया। इसी तरह 37 हजार का आइस काउंटर 3 लाख 18 हजार 600 रुपए में खरीदा गया। एमपीटी द्वारा लगभग 80 लाख रुपए में 72 वस्तुएं खरीदी गईं, लेकिन जांच में इनमें से 40 आइटम्स गायब मिले। मौके पर सिर्फ 32 वस्तुएं ही मिलीं। हैरानी की बात यह है कि फ्लोटिंग रेस्टोरेंट अभी निर्माणाधीन है, फिर भी पहले से ही भारी मात्रा में खरीदी कर ली गई। एमपीटी मुख्यालय ने मामले की पूरी फाइल जब्त कर ली है और आगे की कार्रवाई के संकेत दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, भ्रष्टाचार में और भी अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
अधिकार पांच लाख का खरीदी अस्सी लाख की सामग्री
जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि खरीद कोटेशन के नाम पर छोटे-छोटे बिलों में बांटकर की गई, जिससे नियमों को दरकिनार किया जा सके। अब तक वित्त शाखा 22.37 लाख रुपए का भुगतान कर चुकी है। साथ ही खरीदी गई सामग्री पर न तो किसी कंपनी का लोगो मिला और न ही बारकोड। दोनों अधिकारियों ने बिना मुख्यालय की अनुमति के करीब 80.82 लाख रुपए की सामग्री खरीदी, जबकि उन्हें केवल 5 लाख रुपए तक की खरीदी का अधिकार था।