Indigo Crisis: डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ को भेजा कारण बताओ नोटिस, 24 घंटे में जवाब न देने पर होगी कार्रवाई

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: हिमांशु चंदेल Updated Sat, 06 Dec 2025 10:31 PM IST

Indigo Flight Delay Issue: इंडिगो की उड़ानों में लगातार पांच दिनों से जारी देरी और रद्दीकरण पर केंद्र सरकार सख्त हो गई है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने इंडिगो सीईओ के साथ बैठक कर तत्काल हालात सुधारने और यात्रियों को रिफंड देने का आदेश दिया। साथ ही ये भी कहा कि जवाब न देने पर कार्रवाई की जाएगी।

Center takes strict action on Indigo crisis says action taken after investigation report DGCA forms committee
 
इंडिगो फ्लाइट - फोटो : X/@IndiGo6E

विस्तार

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को फ्लाइट देरी, रद्द होने और ऑपरेशनल चूक पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नियामक ने 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है, वरना दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। सरकार के नोटिस में लिखा है कि 24 घंटे के भीतर कारण बताएं कि आपके विरुद्ध उपर्युक्त उल्लंघनों के लिए एयरक्राफ्ट रूल्स तथा नागर विमानन आवश्यकताओं के प्रासंगिक प्रावधानों के अंतर्गत प्रवर्तन कार्रवाई क्यों न की जाए। साथ ही यह भी लिखा कि निर्धारित अवधि में आपका उत्तर प्राप्त न होने की स्थिति में मामले का एकतरफा निपटारा किया जाएगा DGCA ने गंभीर लापरवाही मानते हुए त्वरित सुधार के निर्देश दिए है

देश में इंडिगो की उड़ानों में लगातार पांच दिनों से हो रही देरी और रद्दीकरण के बीच केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। बड़ी संख्या में यात्रियों को हुई परेशानी के बाद सरकार ने साफ कर दिया है कि पूरा मामला जांच में है और जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई तय होगी।  केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स के साथ लंबी बैठक की। बैठक में उड़ानों में लगातार आ रही बाधा, यात्रियों की फंसी हुई बुकिंग, रिफंड और एयरलाइन की जिम्मेदारियों पर कड़ा रुख अपनाया गया। सरकार ने एयरलाइन को सामान्य स्थिति बहाल करने और यात्रियों को तुरंत रिफंड देने का निर्देश दिया।                                                                                                                                DGCA की जांच समिति का गठन
उड़ानों में बिगड़ी व्यवस्था को देखते हुए DGCA ने चार सदस्यीय जांच समिति बनाई है। यह समिति यह पता लगाएगी कि उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का असली कारण क्या है। तकनीकी दिक्कतें, स्टाफिंग समस्या, प्रबंधन की गलती या कोई और वजह। समिति यह भी बताएगी कि भविष्य में ऐसी स्थिति कैसे रोकी जाए।
यात्रियों की परेशानी पर सरकार की चिंता
देश के कई एयरपोर्ट पर यात्रियों को रात भर फंसे रहना पड़ा। कई यात्रियों की कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई और बच्चों, बुजुर्गों समेत हजारों लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। सरकार ने इंडिगो को आदेश दिया है कि यात्रियों को बिना बहाने तुरंत रिफंड, होटल सुविधा और जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
अधिकारियों का कहना है कि अभी प्राथमिकता उड़ान सेवाओं को पूरी तरह पटरी पर लाना है। प्रारंभिक रिपोर्टों के आधार पर एयरलाइन की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद किसी भी स्तर की कार्रवाई से सरकार पीछे नहीं हटेगी। फिलहाल इंडिगो को रोजाना की स्थिति सरकार को लिखित में देनी होगी।
देशभर के एयरपोर्ट वापस पटरी पर
देशभर के एयरपोर्ट पर हालात सामान्य हो गए हैं और सभी जरूरी सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। क्रू की भारी कमी के कारण इंडिगो ने इस सप्ताह बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द कीं थी। शुक्रवार को 1,600 और शनिवार को 800 से अधिक फ्लाइट्स रद्द की गई थीं। जिससे हजारों यात्री फंस गए थे। सरकार ने बताया कि अब चेक-इन और चेक-आउट सुचारू रूप से हो रहे हैं। वहीं मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट  ने 25 ग्राउंडेड इंडिगो विमानों के लिए विशेष पार्किंग की व्यवस्था की है।
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने टर्मिनल पर फंसे यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त कुर्सियां, मुफ्त रिफ्रेशमेंट, ज्यादा कस्टमर सर्विस स्टाफ और 24 घंटे चलने वाली हेल्पडेस्क तैनात की है। दोनों टर्मिनलों पर आउटलेट्स को पर्याप्त खाने-पीने का स्टॉक बनाए रखने और सही कीमत रखने के निर्देश दिए गए हैं। रद्द उड़ानों के यात्रियों की निकासी तेज करने के लिए विशेष गेट खोले गए हैं, जहां एयरपोर्ट, एयरलाइन और सीआईएसएफ स्टाफ मौजूद है। बैगेज वापस दिलाने के लिए एक विशेष टास्कफोर्स बनाई गई है, जो तेजी से प्रक्रियाएं पूरी कर रही है। एयरसाइड ऑपरेशंस और शेड्यूलिंग की चुनौतियों के बावजूद एयरपोर्ट टीम हालात को सुचारू रखने में जुटी है।

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