प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। आरा के बाद वह नवादा में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे। यहां पर भाजपा और एनडीए के नेताओं ने उनका स्वागत किया। साथ ही जनसभा में आए लोगों ने भारत माता के जयकारे लगाए। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए इस बार फिर से एनडीए सरकार के नारे लगाए। उन्होंने मगही भाषा में लोगों को नमन किया। कहा कि यह मगही पान की धरती है। मैं तो बनारस का सांसद हूं। मगही पान और बनारस का संबंध हमलोगों से अच्छा कौन जानेगा। नवादा, गयाजी, नालांदा, औरंगाबाद, जहानबाद या अरवल हो, इन सभी जगहों पर अद्भुद सामर्थ्य है। श्री कृष्ण बाबू ने बिहार के विकास की नींव रखी। यह धरती लोकनायक जयप्रकाश नारायण और भोला सिंह जैसे जनसेवकों की कर्मभूमि रही है। मगध पुरातन भारत की शान है। अब हमें मगध को और बिहार को फिर वही पुराना गौरव लौटाना है। हमें विकासित बिहार बनाना है। इसलिए आज मैं एनडीए के सभी उम्मीदवारों को लिए आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। आपका उत्साह देखकर लग रहा है कि एक बार फिर से एनडीए की सरकार आएगी।
बिहार का विकास एकजुट एनडीए ही कर सकता है
पीएम मोदी ने कहा कि राजद और कांग्रेस की रग-रग की सच्चाई बिहार की जनता जानती है। राजद और कांग्रेस दो परिवारों के बीच सिमटी हुई पार्टियां हैं। एक बिहार का सबसे भ्रष्ट परिवार और दूसरा देश का सबसे भ्रष्ट परिवार। अब इन दो परिवारों में ही जंग छिड़ गया है। जंगलराज के युवराज को लगता है कि एक युवराज की पदयात्रा ने उन्हें पैदल कर दिया। आज तक यह दोनों दल एक-दूसरे के बाल नोंचने में लगे थे। अब तो खबर यह है कि हर बूथ पर कांग्रेस के लोगों ने राजद को हराने की ठान ली है। आप देखिएगा कि 11 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान खत्म होते ही राजद और कांग्रेस एक-दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे। बिहार का विकास एकजुट एनडीए ही कर सकता है। एनडीए सबको अवसर देता है। सबको सम्मान देता है। वहीं जंगलराज वालों के लिए सिर्फ अपना परिवार ही मायने रखता है।
पीएम मोदी ने बताया जंगलराज की क्या पहचान थी
पीएम मोदी कहा कि राजद-कांग्रेस भ्रष्ट परिवारों ने अपने स्वार्थ के लिए सामाजिक न्याय का उपयोग किया। केवल अपने परिवार की तिजौरियों को भरा। बिहार की संपत्तियों को लूटा। मैं सभी नौजवान साथियों को सतर्क रहने के लिए कहूंगा। आप सोचिए जब आपके दादा-दादी और नाना-नानी ने श्रीकृष्ण बाबू का दौर देखा था। उस दौरान बिहार नई उम्मीद और नए भविष्य की ओर बढ़ रहा था। लेकिन, आपके माता-पिता वाली पीढ़ी ने जंगलराज देखा। आपके दादा-दादी के सपने चूर-चूर हो गए। तब बिहार में जंगलराज ने पैर रख दिया था। उन्होंने कहा कि कटता, क्रूरता, कुसंस्कार, कुशासन और करप्शन ही राजद के जंगलराज की एक ही पहचान थी। जंगलराज ने मगध नरसंहार का दाग लगा दिया।