Tariff on India: भारत से नया समझौता करेंगे ट्रंप? अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता से एक्सक्लूसिव बातचीत

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: पवन पांडेय Updated Mon, 07 Apr 2025 09:34 PM Tariff on India: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की गई और उन्हें अपना खास दोस्त बताया गया है। लेकिन जब ये बात दोनों देशों के संबंध खासकर व्यापार शुल्क की हो तो, ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाया है और यही वजह है कि ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी का व्यापार शुल्क लगाया है। तो आखिरकार ट्रंप अपने खास लोगों के खिलाफ कड़े फैसले क्यों ले रहे हैं, इन सभी मुद्दों पर अमर उजाला ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड से खास चर्चा की है।

2 अप्रैल 2025 का दिन इतिहास में दर्ज हो गया है, जिस दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से दुनिया के तमाम देशों पर पारस्परिक शुल्क लगाया गया। भारत इससे भी अछूता नहीं है। दोबारा व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद ट्रंप की तरफ से कई अहम फैसले ले गए हैं। उन्हीं फैसलों पर अमर उजाला के प्रणय उपाध्याय ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड से एक्सक्लूसिव बातचीत की है।

  • सवाल- ट्रंप के फैसलों से भारत में खलबली मची है, आज शेयर बजारों में उथल-पुथल है, प्रवासियों का मुद्दा और बच्चे जो अमेरिका पढ़ाई करने गए हैं उनके वीजा को लेकर भी काफी चिंता है।
  • जवाब- अमेरिका भारत के साथ अपनी दोस्ती को बहुत महत्वपूर्ण मानता है। आपने देखा राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के दौरे अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की थी। हम समझते है कि भारत के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं। हमारा मानना है कि दोस्ती के साथ अलग दृष्टिकोण भी हो सकते है और हमारी उम्मीद है कि, एक-दूसरे के दृष्टिकोण को सोच-समझ कर चर्चा करके एक अच्छा समझौता बना सकते हैं।
  • सवाल- इस वक्त ट्रेड के मुद्दे से ज्यादा चिंता अवैध अप्रवासन के नाम पर वीजा को लेकर दिक्कतें हो रही है। क्या अमेरिका का वीजा नियमों को विदेश मंत्रालय बड़ा परिवर्तन करने जा रहा है?
  • जवाब- अमेरिकी सरकार की बुनियादी जिम्मेदारियों में से एक ये है कि देश की सुरक्षा और सीमा मजबूत रहे। अगर कोई वीजा लेकर अवैध काम करे और वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी रहे, तो ये नियमों का उल्लंघन है। अमेरिका में रहने वाले ज्यादातर लोग नियमों का पालन करते हैं। 
  • सवाल- क्या अमेरिका में छात्रों को कॉलेज में प्रदर्शन में भाग लेने से डरने की जरूरत है? ये तो अमेरिका में अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ है।
  • जवाब-  वीजा मंजूरी के दौरान ये देखा जाता है, कि आने वाले यहां किस मकसद से आ रहे हैं। कुछ लोगों के वीजा फॉर्म पर विवादित मकसद लिखे होने के कारण ऐसे लोगों का वीजा नहीं मंजूर किया जाता है। अगर कोई सोच कि वो आतंकवादियों की सहायता और नियमों तोड़ने के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं, तो ऐसे मामलों में वीजा की मंजूरी नहीं दी जाती है।
  • सवाल- अमेरिका में अब पढ़ाई का सीजन शुरू हो रहा है, तो बड़े पैमाने पर भारतीय छात्र वहां पढ़ाई के लिए जाना चाहते हैं तो उनके लिए आप क्या संदेश देना चाहती है।
  • जवाब- कानून पर चलें, तो आपको अमेरिका में अवसर मिलेंगे। लेकिन अगर कानून तोड़ेंगे तो उसकी सजा का सामना करना पड़ेगा। ज्यादातर हिंदुस्तानी जो भारत में है और जो अमेरिका में पढ़ाई के लिए आने वाले हैं वो वीजा के अप्लाई करें और जो विद्यार्थी अमेरिका में है उनको मैं यही कहना चाहूंगी कि कुछ भी करने के लिए अनुमति जरूर लें। वीजा खत्म होने के बाद वहां रुकने का प्रयास न करें।
  • सवाल- एक जो चिंता है, सीआईएस ऑफिस के बंद होने की और अमेरिका में एच1बी वीजा पर जो भारतीय काम कर रहे हैं और अपने टैलेंट के कारण वहां है उनके वीजा एक्सटेंशन को लेकर है।
  • जवाब- सीआईएस बंद होने के बारे में मैंने नहीं सुना है। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि बजट और वित्तीय घाटे को कम करने के लिए कई कड़े फैसले लेने होंगे। मैं इस मुद्दे पर ज्यादा नहीं बात कर सकती।
  • सवाल- कल राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने फैसलों को लेकर कहा कि, ये एक कड़वी दवाई है, शरीर को ठीक करने के लिए दवाई लेनी पड़ती है। वो टैरिफ को दवाई कह रहे हैं, अमेरिका के लिए दवाई इकट्ठा कर रहे हैं। लेकिन इसका दर्द और इससे कई देशों को परेशानी हो रही है। दुनिया में उथल-पुथल मची है अपने सहयोगियों के लिए क्या करने वाले हैं।
  • जवाब- राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वे ऐसा व्यापार बढ़ाना चाहते हैं, जो न्याय और संतुलन के आधार पर हो। हमारी उम्मीद है कि हम एक संतुलित व्यापार का समझौता बना सकते हैं।
  • सवाल- क्या भारत और अमेरिका के रिश्तों में आने वाले दिनों में कुछ और नया और बड़ा देखने को मिल सकता है?
  • जवाब- मैं भविष्यवाणी नहीं करूंगी, हमारी उम्मीद है कि ट्रेड से जुड़े समझौते जल्द से जल्द हो जाएगा। क्वाड की मेजबानी भारत करने वाला है। इस दौरान मुलाकात से अच्छे परिणाम निकलेंगे।

Leave Comments

Top