जनजातीय अंचलों में जल्द खोले जाएंगे ट्राइबल मार्ट

जनजातीय कलाकारों और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराएगी सरकार
भोपाल। जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि जनजातीय कलाकारों और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही प्रदेश स्तर पर जनजातीय क्षेत्रों में ट्राइबल मार्ट खोले जाएंगे। प्रारंभ में शहडोल, धार, खंडवा एवं मंडला में ट्रायबल मार्ट खोले जा रहे हैं।
जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने जनजातीय शिल्पग्राम महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते दौर में जनजातीय कला, संस्कृति और परम्पराओं के विलुप्त होने की आशंका बढ़ती जा रही है। इसीलिए हमारी सरकार जनजातीय महोत्सव, ट्राइबल आर्ट फेयर जैसे आयोजन कर जनजातीय कला-संस्कृति के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जनजातीय कलाकारों और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही प्रदेश स्तर पर जनजातीय क्षेत्रों में ट्राइबल मार्ट खोले जाएंगे। प्रारंभ में शहडोल, धार, खण्डवा एवं मंडला में ट्रायबल मार्ट खोले जा रहे हैं। इसके लिए योजना मद में एक-एक करोड़ रूपए व्यय किए जाएंगे। इन ट्रायबल मार्ट्स का संचालन स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
देश का पहला ट्रायबल हॉस्टल खुलेगा खालवा में
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय कला, संस्कृति, बोली, रहन-सहन, वेशभूषा, वाद्य यंत्र बजाना सीखने का प्रशिक्षण देने के लिए देश का पहला ट्रायबल हॉस्टल खण्डवा जिले के खालवा में स्थापित किए जाने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का हृदय से आभार भी माना। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग के युवाओं और स्कूली छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें, इसके लिए राज्य सरकार ने सालाना बजट में 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसके साथ ही 12वीं पास करने के बाद अगर कोई जनजातीय वर्ग का विद्यार्थी नीट, क्लेट और जेईई जैसी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहता है तो उसे भी प्रतिवर्ष 1.5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि, सहायता प्रदान की जाएगी।

 
 

Leave Comments

Top