फरीदाबाद में पकड़ी गई 'लाल कार' में मिला विस्फोटक: आसपास के 10 घर कराए खाली... 400 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात

अमर उजाला नेटवर्क, फरीदाबाद Published by: आकाश दुबे Updated Wed, 12 Nov 2025 11:09 PM IST

खंदावली गांव से लगभग 200 मीटर दूर खेतों में फहीम नाम के व्यक्ति के घर के पास एक लाल रंग की कार खड़ी थी। कार में विस्फोटक है, ऐसे में जांच एजेंसी और पुलिस को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।

फरीदाबाद के खंदावली गांव में जब खेतों में खड़ी एक लाल रंग की कार (ईकोस्पोर्ट) में विस्फोटक मिलने की सूचना से इलाके में सनसनी फैल गई। यह वही लाल रंग की ईकोस्पोर्ट कार है जिसे दिल्ली धमाके में आतंकियों ने इस्तेमाल किया है। कार में विस्फोटक मिलने की सूचना पर आनन-फानन एनएसए, फोरेंसिक टीम और भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। कार के आसपास बने लगभग 10 घरों को खाली करा लिया और इलाके को सील कर दिया। मौके पर 400 से अधिक पुलिसकर्मियों की भारी तैनाती की गई है, जो किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मुस्तैद हैं।

खंदावली गांव से लगभग 200 मीटर दूर खेतों में फहीम नाम के व्यक्ति के घर के पास एक लाल रंग की कार खड़ी थी। कार में विस्फोटक है, ऐसे में जांच एजेंसी और पुलिस को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए, कार के आसपास के लगभग 10 घरों को तत्काल खाली कराया गया ताकि किसी भी जानमाल के नुकसान से बचा जा सके।

पुलिस की जांच में पता चला है कि मंगलवार की सुबह कार को यहां खड़ा करने वालों में दो पुरुष और एक महिला शामिल थी, जिनमें फहीम का साला भी है। फहीम का साला पेशे से कार मिस्त्री बताया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि कार सर्विस कराने के दौरान फहीम के साले का संपर्क अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों और कुछ संदिग्ध आतंकियों से हुआ था। यह भी पता चला है कि फहीम की ससुराल धौज गांव में है, जहां अल फलाह यूनिवर्सिटी भी स्थित है। इस खुलासे के बाद पुलिस संदिग्धों की तलाश में जुट गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

इस घटना के मद्देनजर, सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इलाके में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। पुलिस विस्फोटक की प्रकृति और इसके पीछे के मकसद का पता लगाने में जुटी हुई है। स्थानीय लोगों में भय का माहौल है और वे इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं।

मुजम्मिल के मोबाइल ने उगले राज..
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फरीदबाद मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी यानी 'सफेदपोश आतंकी' मॉड्यूल के संबंध में गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल गनई लालकिला क्षेत्र की पहले भी रेकी कर चुका है। उसके मोबाइल फोन के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी को लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है। दिल्ली पुलिस अभी तक 10 से ज्याादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें संदेह है कि ये रेकी 26 जनवरी को ऐतिहासिक स्मारक को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी, जो उस समय क्षेत्र में गहन गश्त के कारण विफल हो गई होगी। सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि दो प्रमुख संदिग्ध, धमाके वाली आई-20 कार चला रहे डॉ. उमर और मुजम्मिल तुर्किये गए थे।

उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं को उनके पासपोर्ट में तुर्किये के आव्रजन टिकट मिले हैं और वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या दोनों अपनी यात्रा के दौरान किसी विदेशी आका से भी मिले थे। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि विस्फोट में इस्तेमाल हुंडई आई-20 कार से जुड़े अन्य संदिग्धों के पास एक अन्य लाल रंग की कार भी थी।

पुलिस द्वारा जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और तीन चिकित्सकों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास एक धीमी गति से चलती कार में उच्च तीव्रता वाला विस्फोट हुआ था। पुलिस ने जम्मू कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर लगभग 2,500 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर जब्त किया था।

पीएम घायलों से मिले-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल का दौरा किया और विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अपराधियों को न्याय के शिंकजे में लाया जाएगा। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'एलएनजेपी अस्पताल जाकर दिल्ली विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। साजिश के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।'

40 नमूने एकत्रित किए गए-
विस्फोट स्थल से करीब 40 नमूने एकत्र करने वाली फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के अनुसार, प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटकों में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत होता है। एक अधिकारी ने बताया कि दूसरा विस्फोटक नमूना अमोनियम नाइट्रेट से भी ज्यादा शक्तिशाली माना जा रहा है। इसकी सटीक संरचना की पुष्टि विस्तृत फ़ोरेंसिक जांच के बाद होगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि डॉ. मुजम्मिल के मोबाइल फोन से प्राप्त ''डंप डेटा'' के विश्लेषण से पता चला है कि जनवरी के पहले सप्ताह में लाल किला क्षेत्र में और उसके आसपास उसकी बार-बार उपस्थिति थी।

डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है-
सुरक्षा एजेंसियां डॉ. उमर की गतिविधि और संचार का पता लगाने के लिए विस्फोट के दिन अपराह्न तीन बजे से शाम 6.30 बजे के बीच लाल किला क्षेत्र से मोबाइल डेटा का भी विश्लेषण कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी डॉ. उमर नबी के साथ सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए कई बार लाल किले का दौरा किया था।

टावर लोकेशन डेटा और आसपास के इलाकों से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज के जरिए उनकी गतिविधियों की पुष्टि की गई है। ऐसा बताया गया है कि सोमवार को जिस कार में विस्फोट हुआ उसे डॉ. उमर नबी चला रहा था जो अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर था।


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