वंदे मातरम का ऐतिहासिक महत्व बताएगी भाजपा

भोपाल। राष्ट्रभक्ति के प्रतीक गीत ’वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने पर प्रदेश भाजपा ने राज्यभर में व्यापक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। पार्टी मंडल स्तर तक आयोजनों की श्रृंखला चलाएगी, जिनका उद्देश्य समाज में वंदे मातरम के ऐतिहासिक महत्व, इसकी रचना की प्रेरणा और राष्ट्रीय चेतना के संदेश को प्रसारित करना होगा।
यह गीत बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने वर्ष 1875 में लिखा था और उनकी प्रसिद्ध उपन्यास ’आनंदमठ’ में 1882 में प्रकाशित हुआ था। आजादी के आंदोलन के दौरान वंदे मातरम देशभक्तों के लिए प्रेरणास्रोत बना और स्वतंत्रता संग्राम का सशक्त नारा बन गया। इसे 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्राप्त हुआ था। राष्ट्रीय गीत के लिखे जाने की 7 नवंबर को 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर केंद्रीय भाजपा संगठन ने सभी राज्यों को विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश भाजपा ने भी मंडल स्तर तक वंदे मातरम के गायन, लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। पार्टी ने समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को इस गीत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और राष्ट्र जागरण में इसकी भूमिका से अवगत कराने का आह्वान किया है।


Leave Comments

Top