जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में जातिगत समीकरण बैठाएगी कांग्रेस

भोपाल। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में कांग्रेस द्वारा इस बार जातिगत समीकरणों को महत्व दिया जाएगा। केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस संगठन इसे लेकर फैसला ले चुका है। वर्तमान में कांग्रेस के 72 संगठनात्मक जिलों में से 34 जिला अध्यक्ष सामान्य वर्ग से हैं, इसके चलते अब अधिकांश जिलों की कमान सामान्य वर्ग के साथ-साथ आदिवासी, दलित और ओबीसी वर्ग के नेताओं को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
हाल ही में अहमदाबाद कांग्रेस राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि हमने और राहुल गांधी ने एक प्रोसेस किया। आने वाले चुनावों में हम प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में जिला अध्यक्षों को शामिल करेंगे। हमने ग्राउंड लेवल से इनपुट लिया है। खड़गे के इस बयान के बाद से तय माना जा रहा है कि अब जिलाध्यक्ष आने वाले किसी भी चुनाव में प्रत्याशी चयन में अपनी अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे। इसके अलावा पार्टी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति सर्तकता के साथ करेगी। साथ ही अधिवेशन में आदिवासी, दलित और ओबीसी वर्ग को महत्व देने की बात भी कही थी। इसके चलते अब प्रदेश कांग्रेस द्वारा जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में इस फैसले को ध्यान रखा जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस संगठन अब जिलों की कमान दलित, आदिवासी ओर ओबीसी वर्ग को अधिक से अधिक जिलों की कमान  सौंपने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के 72 संगठनात्मक जिलों में अभी फिलहाल 6 जिलों में अध्यक्ष के पद खाली है। जिन जिलों में अध्यक्ष पद खाली हैं उनमें  रायसेन, कटनी, रतलाम ग्रामीण, बैतूल , खंडवा शहर और खंडवा ग्रामीण शामिल हैं। 72 में से 34 जिलाध्यक्ष सामान्य वर्ग से है। कांग्रेस जल्द ही प्रदेश में बदलाव की बयार लाने जा रही है।

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