राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में भाजपा के 9 सांसदों और 51 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 16 प्रतिशत पर गंभीर आपराधिक प्रकरण हैं। ऐसे में पुलिसकर्मियों को सांसद-विधायकों को सैल्यूट करने का निर्णय किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
तथ्यों के साथ यह मांग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना को पत्र लिखकर की है।
उन्होंने कहा कि सांसदों-विधायकों से जुड़े आपराधिक प्रकरणों के आंकड़ों को देखते हुए पुलिस द्वारा उन्हें सैल्यूट करना कहीं से भी उचित नहीं कहा जा सकता है। पुलिस का प्राथमिक दायित्व कानून-व्यवस्था बनाए रखना, अपराध की जांच करना और उसकी रोकथाम करना है।
पुलिसकर्मी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं को सैल्यूट करेंगे, तो उनकी निष्पक्षता और स्वतंत्रता पर प्रश्न उठेगा। ऐसी स्थिति में पुलिसकर्मी दबाव में आ सकते हैं। समाज में अपराध के प्रति गलत संदेश भी जाएगा। इन तथ्यों की रोशनी में सांसदों और विधायकों को सैल्यूट करने के निर्णय की समीक्षा करके उसे वापस लिया जाए।