जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को 11 दिन बीत चुके हैं। आतंकियों पर नकेल कसने और हमलावर दहशतगर्दों को ढेर करने के लिए सरकार और सुरक्षाबल लगातार प्रयासरत है। सुरक्षाबल और जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। आज ताजा घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। बता दें कि, पहलगाम पर तनाव के बीच उमर अब्दुल्ला दिल्ली पहुंचे। जानकारी के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान आतंकी हमले के बाद के हालात पर चर्चा की गई है। आधे घंटे चली मुलाकात में उमर ने पीएम मोदी से जम्मू-कश्मीर के हालात, अमरनाथ यात्रा की तैयारियों, सुरक्षा व्यवस्थाओं समेत राज्य के विकास के मुद्दों पर चर्चा की। दोनों की मुलाकात की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के लोगों की गहरी पीड़ा और आक्रोश को दोहराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों में गुस्सा है और जगह-जगह इस हमले को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
सीएम अब्दुल्ला ने पीएम को दी जानकारी
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों में हिंसा को खारिज करने की गहरी एकजुटता है। उन्होंने टट्टू सवारी संचालक सैयद आदिल हुसैन शाह के बलिदान का भी जिक्र किया। हुसैन ने पर्यटकों की रक्षा के लिए एक साहसी प्रयास करते हुए एक आतंकवादी से हथियार छीनने की कोशिश की थी।
अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर भी हुई चर्चा
उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से आगामी अमरनाथ यात्रा की तैयारियों व तेजी से बढ़ते पर्यटन उद्योग पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी चर्चा की। 38 दिवसीय वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होनी है। ये दो मार्गों- अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाले बालटाल मार्ग स
कब और कहां हुई आतंकी वारदात, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री क्या बोले
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय निवासी हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले को 'हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा' हमला बताया। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं। इसी समय जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ट्रैकिंग का मौसम जोर पकड़ रहा है।
74 महीने बाद आतंकी हमले से दहली घाटी
2019 की फरवरी में जम्मू-कश्मीर के ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला पहलगाम में हुआ है। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है तथा देश व दुनिया के पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है।
आतंकवादी संगठन लश्कर से जुड़े TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
पहलगाम हमले के संबंध में अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हथियारबंद आतंकवादी 'मिनी स्विट्जरलैंड' में घुस आए और भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे, पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।