भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश में बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। 20 दिसंबर से शुरू होकर, ये हिंदू सम्मेलन पूरे एक महीने तक चलेंगे और 20 जनवरी 2026 को समाप्त होंगे। इन आयोजनों के माध्यम से संघ का लक्ष्य प्रदेश की हर बस्ती और हर मंडल तक पहुंचना है।
शताब्दी वर्ष के इन विशाल सम्मेलनों को लेकर संघ ने मध्य भारत प्रांत में अपनी संगठनात्मक तैयारियां तेज़ कर दी हैं। प्रांत का संगठनात्मक विस्तार काफी व्यापक है, जिसमें 8 विभाग, 31 जिले, 137 खंड और 1814 मंडल शामिल हैं। इसके अंतर्गत 16,568 गांव, 37 महानगरीय नगर, 45 अन्य नगर और 775 बस्तियां आती हैं। संघ का लक्ष्य है कि इन सभी इकाइयों में सम्मेलन आयोजित कर सामाजिक सहभागिता को मज़बूत किया जाए। सम्मेलनों से पहले, हर बस्ती और मंडल स्तर पर ध्वज और कलश स्थापना की जा रही है।
पंच परिवर्तन पर होगी चर्चा
हिंदू सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक संघ और हिंदुत्व का संदेश पहुंचाना है। आयोजनों का प्रमुख फोकस सामाजिक समरसता पर केंद्रित रहेगा। सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी सोच और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इन आयोजनों में पंच परिवर्तन पर विशेष रूप से बात होगी। पंच परिवर्तन के अंतर्गत सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व का बोध, नागरिक कर्तव्य हैं। संघ इन पाँचों बिंदुओं में व्यावहारिक और सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान करेगा, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।