MP News: एमपी कांग्रेस का मीडिया विभाग बना अखाड़ा, संगठनात्मक खींचतान खुलकर आई सामने, अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: संदीप तिवारी Updated Sat, 27 Dec 2025 04:57 PM IST

मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग में टैलेंट हंट कार्यक्रम को लेकर आंतरिक विवाद गहराता गया। आदेश और प्रति-आदेश के चलते मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने इस्तीफा दे दिया। विवाद बढ़ने पर एमपी कांग्रेस और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को टैलेंट हंट से जुड़ा ट्वीट भी हटाना पड़ा।

मध्यप्रदेश कांग्रेस के भीतर एक बार फिर संगठनात्मक खींचतान खुलकर सामने आ गई है। इस बार विवाद का केंद्र पार्टी का मीडिया विभाग बना, जहां टैलेंट हंट कार्यक्रम को लेकर शुरू हुई तनातनी इस्तीफे तक जा पहुंची। हालात ऐसे बने कि मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पद छोड़ने का ऐलान कर दिया, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी सार्वजनिक रूप से किए गए ट्वीट हटाने पड़े

एक कार्यक्रम, दो आदेश और बढ़ता टकराव
दरअसल, 9 दिसंबर को प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी संजय कामले ने प्रदेश प्रवक्ताओं के चयन के लिए 11 सदस्यीय टैलेंट हंट समिति गठित की थी। इस समिति में मीडिया विभाग के प्रभारी अभय तिवारी को अहम भूमिका दी गई, लेकिन मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक का नाम सूची से नदारद रहा। यही बात आगे चलकर विवाद की जड़ बनी।इसके बाद 23 दिसंबर को मुकेश नायक ने अलग आदेश जारी करते हुए अभय तिवारी को संयोजक और विधायक आरिफ मसूद को सह-संयोजक बनाकर टैलेंट हंट की जिम्मेदारियां क्लस्टर के हिसाब से बांट दीं। यह आदेश सामने आते ही संगठन में असमंजस की स्थिति बन गई।
प्रभारी ने खारिज किया अध्यक्ष का आदेश
मीडिया विभाग के प्रभारी अभय तिवारी ने नायक द्वारा जारी आदेश को यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि यह सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना जारी किया गया है। उन्होंने साफ किया कि टैलेंट हंट समिति किसी एक विभाग के अधीन नहीं, बल्कि सीधे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अधीन है और इसके कार्यों का निर्धारण केवल अधिकृत नेतृत्व ही कर सकता है।सोशल मीडिया से व्हाट्सएप तक फैला विवाद
मामला यहीं नहीं रुका। मुकेश नायक की ओर से जारी सूची को एमपी कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्वीट कर बधाई दी। लेकिन जैसे ही विवाद गहराया, पार्टी और अध्यक्ष दोनों को अपने ट्वीट हटाने पड़े। इसके बाद विवाद पार्टी के आंतरिक व्हाट्सएप ग्रुप तक पहुंच गया। अभय तिवारी ने ग्रुप में तीखी टिप्पणी करते हुए संगठन की कार्यशैली पर सवाल उठाए और सीधे जीतू पटवारी को टैग कर संज्ञान लेने की मांग की। इसी दौरान तिवारी और प्रवक्ता अभिनव बरोलिया को एक व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया, जिससे मामला और तूल पकड़ गया।
इस्तीफा देकर दिया संदेश
लगातार बढ़ते विवाद के बीच मुकेश नायक ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को इस्तीफा भेज दिया। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि संगठन में नए लोगों के लिए जगह बननी चाहिए और इसी भावना के साथ वह स्वेच्छा से पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के अनुभव को सकारात्मक बताते हुए शुभकामनाएं भी दीं। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुकेश नायक का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। संगठन प्रभारी संजय कामले की ओर से जारी पत्र में इस्तीफा नामंजूर किए जाने की जानकारी दी गई।
सवाल संगठन पर
इस पूरे घटनाक्रम ने कांग्रेस की आंतरिक समन्वय प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सत्ता से बाहर रहते हुए जहां पार्टी को एकजुटता और स्पष्ट रणनीति की जरूरत है, वहीं मीडिया विभाग का यह विवाद सार्वजनिक होने से संगठन की तैयारियों पर असर पड़ता दिख रहा है। अब देखना होगा कि पार्टी नेतृत्व इस खींचतान को कैसे सुलझाता है और टैलेंट हंट जैसे कार्यक्रम को किस दिशा में आगे बढ़ाया जाता है।

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