भरतमुनि का नाट्यशास्त्र और भगवद गीता यूनेस्को की मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड लिस्ट में शामिल। - फोटो : UNESCO
भगवद गीता और भरत मुनि के नाट्यशास्त्र को अंतरराष्ट्रीय धरोहरों के संरक्षण से जुड़ी संस्था- यूनेस्को (UNESCO) के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल किया गया है। इसे लेकर पूरे देश में हर्ष का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर संस्कृति-पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत और दर्जनों हस्तियों ने इस फैसले को लेकर खुशी जता
क्या है यूनेस्को का मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर?
यूनेस्को असल में संयुक्त राष्ट्र संघ का हिस्सा है। यूनेस्को का पूरा मतलब है- यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन। जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यूनेस्को शिक्षा, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए वैश्विक शांति में सहयोग के लिए स्थापित एजेंसी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत इसका एक मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राचीन धरोहरों का संरक्षण भी है।
