किसानों, लोगों की आय बढ़ाना सरकार का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने सीतामऊ में किया कृषि उद्योग समागम-2025 का ष्शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि जैसे भी किसानों की, लोगों की आय को बढ़ाना सरकार का लक्ष्य है। हम धार्मिक र्प्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं, जहां-जहां भगवान भगवान कृष्ण के चरण पड़े, वहां-वहां तीर्थ स्थान बनाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंदसौर के सीतामऊ में किसानों के कल्याण और खेती में नई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए कृषि उद्योग समागम-2025 का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हर चीज है। प्रदेश नदियों का मायका है। यहां की वन संपदा, प्राकृतिक-भौगोलिक व्यवस्था शानदार है। पहले सिंचाई का रकबा केवल 7 लाख हेक्टेयर था, लेकिन अब रकबा बढ़ेगा। कोई खेत खाली नहीं रहेगा। चंबल के जरिये पानी आएगा। किसानों को बिजली पर्याप्त मिलेगी। मुख्यमंत्री  ने कहा कि हम गौशालाएं बना रहे हैं। बेसहारा गायों को पालने वालों को प्रति गाय 40 रुपये सरकार देगी। सरकार भैंस के साथ-साथ गाय का दूध भी खरेदेगी। मध्यप्रदेश देश का 9 फीसदी दूध उत्पादन करता है, इसे 20 फीसदी करना है। उन्होंने कहा कि अपने घरों में कमरे बढ़ा लीजिए। सरकार पर्यटनों को बढ़ावा देने के लिए होमस्टे पर काम कर रही है। जैसे भी हो किसानों की, लोगों की आय बढ़नी चाहिए। हम धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। जहां-जहां भगवान कृष्ण के चरण पड़े, वहां-वहां तीर्थ स्थान बनाएंगे।
पराली जलाकर जमीन को न करें निर्बल
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खेत से हमारा घर चलता है। पराली जलाकर जमीन को निर्बल न करें। नरवाई न जलाएं। आज ऐसी मशीनें हैं जो उन्हें खाद बना देंगी। हमारी सरकार किसानों को जितना अनुदान दे सकेगी, देगी। किसान चिंता न करें, हम 5 साल में किसानों के लिए प्रति क्विंटल गेहूं भाव 3 हजार रुपये से ज्यादा करेंगे। आने वाले समय में किसान उन्नत खेती अपनाएं और खेती को उद्योग का दर्जा बना दें। हम आने वाले समय में किसी की भी फसल बर्बाद नहीं जानी चाहिए, हम उसका प्रसंस्करण करके उद्योग बनाएंगे। देश में संतरा नागपुर के नाम से बिकता है, जबकि इसे मंदसौर के नाम से बिकना चाहिए। आज समय बदल रहा है। मंदसौर में आने वाले समय में सभी तरह के नए काम होंगे। साढ़े तीन हजार करोड़ का सीमेंट प्लांट भी मंदसौर में लग रहा है।
बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होंगे किसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के लिए कई तरह के काम कर रही है। चंबल-कालीसिंध नदी जोड़ो के माध्यम से 13 जिलों के किसानों की जिंदगी बदल जाएगी। आप खेती की जमीन मत बेचना। ये पीढ़ियों की विरासत है, इसे बचाकर रखना। यह अमूल्य धरोहर है। लोन ले लेना, लेकिन जमीन मत बेचना। अगली पीढ़ि को पढ़ाओ-लिखाओ उद्योग-धंधे लगवाओ। मध्यप्रदेश आज सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है। भविष्य में खेतों में दिन में ही पानी उपलब्ध होगा। खेती करने वाले किसानों को दस लाख के पंप पर आप दस फीसदी दो, बाकी की व्यवस्था सरकार करेगी। सरकार मीटर लगाएगी, आपके पास ज्यादा बिजली होगी तो सरकार उसे खरीद लेगी। सरकार किसानों को सौलर पंप देगी। आपकी बिजली आप बनाएंगे। किसान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होंगे।

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