भारतीय मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन जारी रखा जिससे निकहत जरीन और जैसमीन लंबोरिया समेत चार अन्य मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स के फाइनल में पहुंच गईं। जादुमणि सिंह एम (50 किलो), पवन बर्तवाल (55 किलो), सचिन सिवाच (60 किलो) और हितेश गुलिया (70 किलो) भी खिताबी मुकाबले में पहुंच गए । भारत के 15 मुक्केबाज गुरुवार को स्वर्ण पदक का मुकाबला खेलेंगे।
कंधे की चोट के कारण एक साल बाहर रहने के बाद सितंबर में विश्व चैंपियनशिप के जरिये वापसी करने वाली दो बार की विश्व चैंपियन निकहत ने 51 किलो वर्ग में कड़े सेमीफाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की जानीवा गुलसेवर को हराया। निकहत आखिरी बार 20 महीने पहले पिछले साल फरवरी में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में पोडियम तक पहुंची थीं। दिल्ली में दो साल पहले विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली निकहत ने कहा, 'मुझे खुशी है कि पेरिस ओलंपिक के बाद मेरे पदकों का खाता खुला है। यहां से आगे ही जाना है। मैं यहीं पर विश्व चैंपियन बनी थी और आज मैने सेमीफाइनल जीता है।' निकहत का सामना अब चीनी ताइपे की गुओ यि शुआन से होगा।
57 किलो की विश्व चैंपियन जैसमीन ने पूर्व एशियाई युवा चैंपियन कजाखस्तान की उलजहां सारसेंबेक को 5-0 से हराया। इससे पहले जदुमणि ने ऑस्ट्रेलिया के उमर इजाज को पुरुषों के 50 किलो सेमीफाइनल में हराया। नीरज फोगाट (65 किलो), जुगनू (85 किलो) और सुमित कुंडू (75 किलो) टूर्नामेंट से बाहर हो गए।