क्या है पाकिस्तान की अब्दाली हथियार प्रणाली: तनाव के बीच जिसके सफल परीक्षण का दावा, भारत से क्या है मुकाबला?

स्पेशल डेस्क, अमर उजाला Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र Updated Sat, 03 May 2025 09:07 PM IST
अब्दाली वेपन सिस्टम क्या है? पाकिस्तान इसके परीक्षण से क्या हासिल करना चाहता है? उसका यह वेपन सिस्टम भारत के मुकाबले कहां ठहरता है? आइये जानते हैं...
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। भारत ने कूटनीतिक और राजनयिक स्तर पर कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनसे पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। इस बीच भारत की तरफ से संभावित हमले के खतरे को देखते हुए पाकिस्तान ने परमाणु बम की गीदड़भभकियां देना जारी रखा है। इस बीच आतंक को पनाह देने वाले इस पड़ोसी मुल्क ने शनिवार को अपनी एक हथियार प्रणाली के सफल परीक्षण की भी बात कही। 
मजेदार बात यह है कि पाकिस्तान की इस सफल टेस्टिंग की खबरों को चीनी मीडिया ने भी जोर-शोर से चलाया है। जिस हथियार प्रणाली की सफल टेस्टिंग की बात कही जा रही है, उसका नाम दिया गया है- अब्दाली वेपन सिस्टम। इस्लामाबाद का दावा है कि उसने इस हथियार प्रणाली की बैलिस्टिक मिसाइल का अपने इंडस सैन्य अभ्यास में सफल परीक्षण किया।
ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर अब्दाली वेपन सिस्टम क्या है? पाकिस्तान इसकी टेस्टिंग से क्या हासिल करना चाहता है? उसका यह वेपन सिस्टम भारत के मुकाबले कहां ठहरता है? आइये जानते हैं...
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने अब्दाली को रोड मोबाइल ट्रांसपोर्टर के जरिए परीक्षण वाली जगह पर पहुंचाया। एक वाहन पर रखने की वजह से मिसाइलों को कहीं भी पहुंचाकर वार करने में आसानी होती है। यह मिसाइल उच्च क्षमता वाले विस्फोटकों और पारंपरिक वॉरहेड को लॉन्च कर सकती है। यह मिसाइल 250 से 450 किलोग्राम तक के पेलोड को एक बार में ले जा सकती है। इसे छोटी दूरी तक मार करने वाली यानी शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, स्वतंत्र विश्लेषकों ने पाकिस्तान के इस मिसाइल की 450 किमी रेंज होने की पुष्टि नहीं की है। वहीं कुछ जानकारों ने इसकी रेंज 150 किमी. ही मानी है
पाकिस्तान इस मिसाइल के जरिए हासिल क्या करना चाहता है?
पाकिस्तान सरकार के मुताबिक, इस परीक्षण के जरिए वह अब्दाली मिसाइल के तकनीकी पहलुओं की जांच करना चाहता था और यह इसकी संघर्ष में तैयारियों को परखना चाहता था। इस परीक्षण में सिस्टम की आधुनिक नैविगेशन क्षमताएं (निशाने को ढूंढने की क्षमता) परखी गईं, जो कि लगातार बदलते युद्धक्षेत्र के परिदृश्य के लिहाज से अहम है। इस परीक्षण से सेना की अभियान के दौरान मिसाइल सिस्टम को तुरंत इस्तेमाल करने की क्षमता की भी पुष्टि की गई।
भारत की मिसाइलों के आगे कहां ठहरती है अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल?
भारत के पास यूं तो दर्जनों ऐसी मिसाइल हैं, जो कि खतरनाक होने के साथ-साथ दुश्मनों को कुछ ही समय में पूरी तरह नेस्तनाबूत कर सकती हैं। हालांकि, यहां उन सभी मिसाइलों की बात करना बेइमानी होगी। इसलिए हमने ऐसी मिसाइलों को ही चुना है, जो कि पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट की गई अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल के आसपास की हो। 

इसके लिए यह मानक रखे गए
  • मिसाइल बैलिस्टिक होनी चाहिए।
  • मिसाइल छोटी दूरी तक मार करने वाली होनी चाहिए।
  • मिसाइल सतह से सतह पर मार करने की क्षमता वाली होनी चाहिए
भारत के पास इस रेंज में पृथ्वी मिसाइल, प्रहार मिसाइल और प्रलय मिसाइल हैं। इन तीनों के बारे में विस्तार से जानिए...
1. पृथ्वी सीरीज की मिसाइलें 
पृथ्वी मिसाइल को सतह से सतह पर मार करने की क्षमता वाली शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) के तौर पर विकसित किया गया था। यह पहली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे भारत में विकसित करने के साथ सेवा में रखा गया था। इनके तीन वर्जन बन चुके हैं और सबसे आधुनिक प्रारूप को नौसेना के लिए बनाया गया है। यह सबसे ताकतवर है। इस वर्जन को 750 किलोमीटर की रेंज तक लॉन्च किया जा सकता है।
2. प्रहार मिसाइल
प्रहार मिसाइलों को मुख्य तौर पर छोटी दूरी तक मार कर सकने वाली पृथ्वी-1 मिसाइलों की जगह लेने के लिए बनाया गया। पाकिस्तान ने जिस अब्दाली मिसाइल का परीक्षण किया है, प्रहार उनके सबसे करीब है। यह मिसाइलें छोटी दूरी में मौजूद निशाने के 10 मीटर तक करीब गिरने की सटीकता रखती हैं। इनकी सबसे खास बात यह है कि इन्हें एक वाहन से कहीं भी पहुंचाया और लॉन्च किया जा सकता है। इनकी रेंज करीब 150 किमी है और ये एक बार में 200 से 300 किग्रा का पेलोड लेकर दुश्मन पर वार कर सकती हैं। इनसे पारंपरिक वॉरहेड भेजे जा सकते हैं।
3. प्रलय मिसाइल
अपने नाम की तरह ही यह मिसाइलें शॉर्ट रेंज में तबाही मचाने की क्षमता रखती हैं। डीआरडीओ की तरफ से 2015 से विकसित की जा रही इन मिसाइलों को 26 जनवरी 2025 की गणतंत्र दिवस परेड में भी प्रदर्शित किया गया।
4. अग्नि-1 मिसाइल
भारत के पास सतह से सतह पर छोटी दूरी तक मार करने वाली एक और खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइल है अग्नि-1। यह मिसाइल कितनी खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके जरिए पूरे पाकिस्तान को निशाना बनाया जा सकता है। इसे सड़क और रेल मार्ग के किसी भी वाहन के जरिए लॉन्च किया जा सकता है। खास बात यह है कि इस मिसाइल का निर्माण पाकिस्तान की तरफ से गुपचुप तरीके भारत के खिलाफ छेड़े गए करगिल युद्ध के बाद शुरू किया गया था। 2007 में भार

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