राजधानी भोपाल स्थित फार्मेसी काउंसिल में प्रदेश भर के बीफार्मा और एमफार्मा करने वाले छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है, यहां की धीमी गति के चलते विद्यार्थियों को एक से डेढ़ साल तक इंतजार करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत भी कई बार हो चुकी लेकिन प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया और कछुए की गति से रजिस्ट्रेशन किया जा रहे हैं। पंजीयन प्रक्रिया धिमी गति से होने के कारण प्रदेश के हजारों फार्मेसी छात्र गहरे संकट में हैं। इस समस्या को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भोपाल महानगर द्वारा सोमवार को स्टेट काउंसिल कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।
तीन घंटे चला विरोध प्रदर्शन
करीब तीन घंटे चले इस प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने नारेबाजी करते हुए पंजीयन प्रक्रिया में हो रही देरी के लिए परिषद से जवाब मांगा। प्रदर्शन की पूर्व सूचना होते हुए भी काउंसिल के अध्यक्ष उपस्थित नहीं थे। इस कारण ABVP ने फार्मा काउंसिल के अध्यक्ष के से उपस्थित कार्यवाहक रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा ।
विद्यार्थियों की यह प्रमुख मांगे
1. सभी लंबित पंजीयन प्रक्रियाएं तत्काल शुरू कर एक माह के भीतर प्रमाण-पत्र जारी किए जाएं।
2. ऑनलाइन आवेदन के 15 दिनों के भीतर स्लॉट अलॉट किए जाएं।
3. दस्तावेजों की स्पीड पोस्ट अनिवार्यता समाप्त कर पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और ट्रैक योग्य बनाया जाए।
4. हेल्पडेस्क और हेल्पलाइन नंबर की स्थापना की जाए।
5. पुराने पंजीयन नवीनीकरण के मामलों का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निपटारा किया जाए।
6. नए पंजीयन हेतु विशेष शिविर आयोजित किए जाएं।
7. पूरी प्रक्रिया में गति लाने के लिए स्थायी और पूर्णकालिक रजिस्ट्रार की नियुक्ति की जाए।
चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी
ABVP भोपाल महानगर मंत्री शिवम् जाट ने कहा कि जब तक पंजीयन प्रक्रिया शुरू नहीं होती, परिषद छात्रों के साथ मिलकर चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी। यह अन्यायपूर्ण व्यवहार अब सहन नहीं किया जाएगा। राष्ट्रीय फार्माविजन संयोजक अनिकेत शेलके ने कहा कि फार्मेसी छात्र सिर्फ डिग्रीधारी नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था के सशक्त स्तंभ हैं। पंजीयन जैसी मूलभूत प्रक्रिया का एक वर्ष से लंबित रहना छात्रों के आत्मविश्वास और भविष्य को नुकसान पहुंचा रहा है। हम मांग करते हैं कि पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाए।कार्यवाहक रजिस्टर ने दिया आश्वासन
प्रदर्शन के दौरान उपस्थित फार्मेसी काउंसिल के कार्यवाहक रजिस्ट्रार केके रावत ने आश्वासन दिया कि सभी विषयों का समाधान 60 दिनों के भीतर कर दिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने बताया कि फार्मेसी काउंसिल स्वयं GAD को पत्र सौंपेगी, ताकि स्थायी रजिस्ट्रार की नियुक्ति शीघ्र हो सके और व्यवस्थाएं नियमित की जा सकें। इसके अतिरिक्त, छात्रों के दस्तावेजों के ऑनलाइन वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी जल्द प्रारंभ किए जाने का आश्वासन दिया गया।