ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का हाल बेहाल है। संघर्ष खत्म होने से पहले ही विजय जुलूस निकालने वाले पाकिस्तान की सच्चाई एक-एक करके सामने आ रही है। जीत का दावा करने के बाद खुद उसी पाकिस्तान की ओर से हर दिन हार के निशान सामने आ रहे है। पाकिस्तानी मीडिया में आ रही तस्वीरों से वो खुद ही बेनकाब होता जा रहा है। इस हफ्ते ‘खबरों के खिलाड़ी’ में इसी पर चर्चा हुई। चर्चा के लिए वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री, समीर चौगांवकर, पूर्णिमा त्रिपाठी, राकेश शुक्ल और अवधेश कुमार मौजूद रहे।
अवधेश कुमार: सीजफायर शब्द किसी भी भारतीय प्रवक्ता ने प्रयोग नहीं किया। चाहे सेना के अधिकारी हों, प्रधानमंत्री हों या फिर रक्षा मंत्री हों किसी ने भी सीजफायर शब्द का प्रयोग नहीं किया। भारत ने जो शब्द प्रयोग किया है वो है अंडरस्टैंड ऑफ स्टॉपिंग फायरिंग एंड मिलिट्री एक्शन। जब भारत ने कोई युद्ध किया ही नहीं है तो हमको सीजफायर कहां करना है। भारत का ऑपरेशन सिंदूर था। ऑपरेशन सीमित अवधि के लिए होता है। इसकी एक सीमा होती है। अमेरिका और पश्चिमी देशों की समस्या यह है कि उन्हें भारत से संबध रखना है, लेकिन अगर भारत इस तरह एक्शन करता रहा तो आने वाले समय में आंतकवाद से पीड़ित छोटे देश भारत के इर्दगिर्द एकत्रित होने लगेंगे और दुनिया का नेतृत्व भारत के हाथ में आएगा। इसलिए उन्हें समस्या है।