भोपाल। राज्य शासन ने सागर जिले के 258.64 वर्ग किलोमीटर आरक्षित वन क्षेत्र को मध्यप्रदेश का 25वाँ अभयारण्य घोषित करने की अधिसूचना जारी कर दी है। यह अभयारण्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम से जाना जाएगा।
अभयारण्य के गठन से वन एवं वन्य-प्राणियों का संरक्षण एवं संवर्धन होगा। साथ ही पारिस्थितिकीय तंत्र में खाद्य श्रृंखला सुदृढ़ होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित होंगे। डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य सागर जिले के उत्तर सागर वन मण्डल तहसील बंडा एवं शाहगढ़ वन क्षेत्र के 25864 हेक्टेयर (258.64 वर्ग किलोमीटर) आरक्षित वन क्षेत्र की सीमा होगी। यह घोषणा 14 अप्रैल को मनाई जाने वाली आंबेडकर की 134वीं जयंती से पहले की गई है। इसके साथ ही, बाघ अभयारण्यों के लिए मशहूर राज्य में 25 वन्यजीव अभयारण्य हो गए हैं।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश नए अभयारण्य के गठन से संरक्षण प्रयासों को बल मिलेगा और वनों और वन्यजीवों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के अलावा, नया अभयारण्य पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा।