मध्यप्रदेश के पांच जिलों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और कटनी में बुधवार को शाम 4 बजे से 8 बजे तक हवाई हमले की स्थिति का मॉक ड्रिल किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल में हवाई हमले का काल्पनिक संकेत जिलों को मिलेगा, जिसके बाद ब्लैकआउट, आग लगने की स्थिति में बचाव, अस्थायी अस्पताल की स्थापना और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने जैसे कई अहम अभ्यास किए जाएंगे। शाम 7:40 बजे ब्लैकआउट का का समय दिया गया है। मॉक ड्रील में सायरन के माध्यम से संकेत दिया जाएगा, जिसमें दो मिनट तक ऊंची-नीची आवाज वाला सायरन बजेगा। खतरे के समाप्त होने पर दोबारा दो मिनट तक सायरन बजाकर सामान्य स्थिति की सूचना दी जाएगी। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने घरों और कार्यालयों की लाइट्स बंद रखें, पर्दे गिराएं, अफवाह न फैलाएं और आपात सेवाओं को अवरोधित न करें।
इस राज्यस्तरीय मॉक ड्रिल में रक्षा मंत्रालय, रेलवे, विमानन विभाग सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों और जिला प्रशासन का सहयोग रहेगा। अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना, प्रशिक्षण देना और आपदा प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करना है। गृह विभाग की सचिव कृष्णावेणी देशावतु ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभ्यास में सक्रिय भागीदारी निभाएं और प्रशासन का सहयोग करें।भविष्य की चुनौतियों से निपटने की जा रही मॉक ड्रिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागरिक सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल की तैयारी पर बोलते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से स्पष्ट संदेश आया है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश को हर संभावित चुनौती से निपटने के लिए सक्षम बनाना हमारा उद्देश्य है। इसी के तहत भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और कटनी में व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ड्रिल केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि प्रदेश की तैयारियों को परखने और जनता को जागरूक करने का प्रयास है। आगे चलकर अन्य जिलों में भी इसी तरह की व्यवस्थाएं की जाएंगी ताकि देश किसी भी आपात स्थिति या दुश्मन की साजिश का एकजुट होकर, सतर्कता के साथ जवाब दे सके।