India-UK FTA: सस्ती होंगी व्हिस्की से लेकर कारें, पेशेवरों में उत्साह...एफटीए से भारत को क्या फायदा?

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, लंदन। Published by: निर्मल कांत Updated Tue, 06 May 2025 10:23 PM IST
India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन ने ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप दिया, जिससे ब्रिटिश व्हिस्की, कारें भारत में सस्ती होंगी और भारत के वस्त्र-चमड़े जैसे उत्पादों पर ब्रिटेन में शुल्क घटेगा। भारतीय उद्योग जगत ने उम्मीद जताई कि इससे 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है और भारतीय निर्यातकों को बड़ा लाभ होगा। 

भारत और ब्रिटेन ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की घोषणा की। इस समझौते के बाद अब ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की और कारों की कीमत भारत में कम हो जाएगी। इसके अलावा, भारत से आयात होने वाले वस्त्र और चमड़े के उत्पादों पर सीमा शुल्क घटाया जाएगा। इस समझौते की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टार्मर ने की।


इस समझौते के तहत, भारत ब्रिटिश व्हिस्की और शराब पर शुल्क 150 से घटाकर 75 फीसदी करेगा और 10वें वर्ष तक इसे 40 फीसदी तक घटा दिया जाएगा। ऑटोमोबाइल पर शुल्क 100 से घटाकर 10 फीसदी कर दिया जाएगा, लेकिन यह एक तय कोटा के तहत होगा।
समझौते से भारत को करीब 99 फीसदी उत्पाद श्रेणियों पर शुल्क समाप्ति का लाभ मिलेगा, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की उम्मीद है। इस समझौते 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना होने की संभावना है और 2040 तक ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में 4.8 अरब पाउंड की वार्षिक वृद्धि का अनुमान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह भारत और ब्रिटेन के बीच एक महत्वाकांक्षी और पारस्परिक लाभकारी सौदा है। वहीं, कीर स्टार्मर ने इसे ब्रिटेन के लिए यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर निकलने के बाद किया गया सबसे बड़ा सौदा और भारत के लिए अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी समझौता बताया।
इस समझौते में चिकित्सा उपकरणों, उन्नत मशीनरी और मेमने के मांस सहित कई उत्पादों पर भी शुल्क में कमी की जाएगी। इस व्यापार समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार में प्रति वर्ष 25.5 अरब पाउंड तक की वृद्धि होने का अनुमान है। इसके साथ ही, भारत और ब्रिटेन के बीच एक दोगुना योगदान संधि पर भी समझौता भी हुआ है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि दोनों देशों के पेशेवरों को एक ही काम के लिए दोनों देशों में सामाजिक सुरक्षा या राष्ट्रीय बीमा भुगतान न करना पड़े।

समझौते के तहत पेशेवर वीजा के लिए प्रक्रिया को और अधिक आसान बनाने का वादा किया गया है और भारत ने ब्रिटेन के पेशेवर वीजा मार्गों में शेफ, संगीतकार और योग करने वालों को भी जोड़ा है। यह समझौता अब ब्रिटिश संसद से मंजूरी मिलने की प्रक्रिया में है और इसे लागू होने में लगभग एक साल का समय लग सकता है।
भारतीय उद्योग जगत ने किया एफटीए का स्वागत
व्यापार समझौते पर भारतीय उद्योग जगत ने कहा कि यह भारतीय निर्यातकों के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर तक ले जाने में मदद करेगा। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) ने कहा कि यह समझौता एफएमसीजी, हेल्थकेयर और नवाचार आधारित क्षेत्रों को नई गति देगा। फिक्की अध्यक्ष हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की रणनीतिक नेतृत्व क्षमता के चलते यह ऐतिहासिक उपलब्धि संभव हुई है और यह भारत की वैश्विक आर्थिक ताकत के रूप में बढ़ती भूमिका को दिखाता है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) अध्यक्ष संजीव पुरी ने इसे भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक संबंध को गहरा करने वाला समझौता बताया और कहा कि यह तकनीक सहयोग, आपूर्ति श्रृंखला में विविधता और व्यापारिक माहौल को बेहतर बनाएगा।
टीवीएस मोटर कंपनी के प्रबंध निदेशक सुधर्शन वेणु ने कहा कि इस समझौते से भारतीय कंपनियों को नए बाजारों तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि उनकी ब्रिटिश ब्रांड ‘नॉर्टन’ इस साल लॉन्च होगी और यह समझौता कंपनी को तेजी से विस्तार करने में मदद करेगा। 


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