भारत और ब्रिटेन ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की घोषणा की। इस समझौते के बाद अब ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की और कारों की कीमत भारत में कम हो जाएगी। इसके अलावा, भारत से आयात होने वाले वस्त्र और चमड़े के उत्पादों पर सीमा शुल्क घटाया जाएगा। इस समझौते की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टार्मर ने की।
समझौते के तहत पेशेवर वीजा के लिए प्रक्रिया को और अधिक आसान बनाने का वादा किया गया है और भारत ने ब्रिटेन के पेशेवर वीजा मार्गों में शेफ, संगीतकार और योग करने वालों को भी जोड़ा है। यह समझौता अब ब्रिटिश संसद से मंजूरी मिलने की प्रक्रिया में है और इसे लागू होने में लगभग एक साल का समय लग सकता है।
भारतीय उद्योग जगत ने किया एफटीए का स्वागत
व्यापार समझौते पर भारतीय उद्योग जगत ने कहा कि यह भारतीय निर्यातकों के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर तक ले जाने में मदद करेगा। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) ने कहा कि यह समझौता एफएमसीजी, हेल्थकेयर और नवाचार आधारित क्षेत्रों को नई गति देगा। फिक्की अध्यक्ष हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की रणनीतिक नेतृत्व क्षमता के चलते यह ऐतिहासिक उपलब्धि संभव हुई है और यह भारत की वैश्विक आर्थिक ताकत के रूप में बढ़ती भूमिका को दिखाता है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) अध्यक्ष संजीव पुरी ने इसे भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक संबंध को गहरा करने वाला समझौता बताया और कहा कि यह तकनीक सहयोग, आपूर्ति श्रृंखला में विविधता और व्यापारिक माहौल को बेहतर बनाएगा।
टीवीएस मोटर कंपनी के प्रबंध निदेशक सुधर्शन वेणु ने कहा कि इस समझौते से भारतीय कंपनियों को नए बाजारों तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि उनकी ब्रिटिश ब्रांड ‘नॉर्टन’ इस साल लॉन्च होगी और यह समझौता कंपनी को तेजी से विस्तार करने में मदद करेगा।