विवादित बयान को लेकर घिरे मंत्री शाह, कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

भोपाल। राज्य के जनजातीय कार्य विभाग के  मंत्री विजय शाह एक बार फिर अपने बयान के बाद विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेस में शामिल कर्नल सोफिया को बिना नाम लिए ‘उनकी जाति की बहन’ कहकर संबोधित करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही भाजपा से सवाल किया है कि क्या वो अपने मंत्री की इस टिप्पणी से सहमत है। इसी के साथ विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि ऐसे अनर्गल बयान के बाद उनका इस्तीफा लिया जाए।
मंत्री विजय शाह द्वारा महू में दिए बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा से पूछा है कि क्या वो इस बयान से सहमत है। पटवारी ने मुख्यमंत्री डा  मोहन यादव से माँग की है कि इस पर जवाब लें और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनका इस्तीफा लेने की माँग की है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस बयान के लिए विजय साह से माफी की मांग की है। सिंघार ने भी इस बयान का कड़ा विरोध किया है और इसकी निंदा करते हुए कहा कि सेना का कोई अधिकारी हो या सैनिक, उसका कोई धर्म नहीं होता, उन्हें हिंदू या मुसलमान के रूप में नहीं गिना जाता है। उन्होंने कहा कि सैनिक का सिर्फ एक धर्म होता है “देश”। भाजपा बार बार धर्म की बात करते हैं और इस तरह की भाषा उसकी सोच उजागर करती है। उन्होंने इस बयान की निंदा करते हुए विजय शाह से इसके लिए माफी की मांग की है।
क्या कहा था मंत्री विजय शाह ने
मंत्री विजय शाह महू में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने संबोधन के कर्नल सोफिया कुरैशी को ‘उनकी बहन’ और ‘उनके समाज की बहन’ कहकर संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि ‘जिन लोगों ने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, उन कटे-पिटे लोगों को हमने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करवाई। उनके समाज की बहन को भेजा, हमारी मान सम्मान की बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति की समाज की बहनों से कराया। इस बयान में उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बिना उन्हें ‘उनकी बहन’ कहकर संबोधित किया।
 
 
 

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